Thursday, October 17, 2019

षोडशोपचार, दशोपचार और पंचोपचार मंत्र

षोडशोपचार, दशोपचार और पंचोपचार द्वारा पूजन कैसे करे। सात्विक पूजन विधि।

सात्विक पूजन हेतु वैदिक एवं पौराणिक पूजा पद्धति का ज्ञान होना आवश्यक है इसी क्रम मे षोडशोपचार, दशोपचार (विष्णु पूजन हेतु) एवं पंचोपचार पूजन विधि भी शामिल है। जिसका यहा वर्णन किया जा रहा है।
घर के मंदिर में आसन के उपर देवी-देवता की प्रतिमा अथवा फोटो को विधि पुर्वक स्थापित करे और देवी-देवता का ध्यान उनके ध्यान मंत्रों के उच्चारण द्वारा करने के उपरान्त निम्न मंत्र से ध्यान को समर्पित करें।

Monday, October 14, 2019

संकटनाशक विष्णु स्तोत्र।

भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त करने का संकट नाशक विष्णु स्त्रोत 

जगत के पालनकर्ता और त्रिदेवों में से एक श्री हरि भगवान विष्णु के संकष्टनाशन विष्णुस्तोत्र का पाठ करने से कष्ट से मुक्ति मिलती है, पुरषार्थ की प्राप्ति होती है और मनोकामनाऐ पूर्ण होती है।

शिव षडक्षर स्तोत्रम् ।

शिवषडक्षर स्तोत्र से भगवान शिव की कृपा शीघ्र प्राप्त होती है। 
भगवान शंकर थोड़ी सी भक्ति और उपासना से ही शीघ्र प्रसन्न होकर भक्त को मनचाहा वरदान देते है। भगवान शिव की कृपा प्राप्ति के लिये शिवषडक्षर स्तोत्र का पाठ करना चाहिये।

महालक्ष्मी अष्टकम।

माँ लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने का स्त्रोत

धन और संपत्ति की अधिष्ठात्री देवी माँ लक्ष्मी की पूजा से धन एवं वैभव की प्राप्ति होती है और भक्त की सभी मनोकामना पूर्ण हो जाती हैं।
माँ लक्ष्मी की कृपा प्राप्ति के लिए इंद्र द्वारा रचित श्री महालक्ष्मी अष्टक स्त्रोत का नियमित पाठ करना चाहिए।

संकट नाशक गणेशस्तोत्रम् ।

भगवान गणपति के १२ शीघ्र फल देने वाले नामो का संकष्टनाशन गणेश स्तोत्र

गणपति विध्न-बाधा दूर करने वाले, रिद्धि-सिद्धि, विद्या-बुद्धि के दाता हैं। मांगलिक कार्यो मे प्रथम पूजनीय तथा सर्व विधि मंगलकारी है। योगिक साधना की पूर्ति मे भी महागणपति की कृपा प्राप्ति अत्यन्त आवश्यक है।
नारद जी द्वारा नारदपुराण मे वर्णित संकष्टनाशनं गणेश स्तोत्र के चमत्कारी 12 श्री गणेश के नाम स्मरण से भगवान गणपति की कृपा शीघ्र प्राप्त होती है